पाबौ ब्लॉक के ग्राम कोटली में एक नए पार्क का निर्माण
Park in village Kotli: पौड़ी गढ़वाल के पट्टी घुड़दौडस्यूं के कोटली गांव में हुआ एक शानदार पार्क का निर्माण, आज हम सभी को यह देवभूमि गौरव वेबसाइट के माध्यम से बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि गांव कोटली, पौड़ी गढ़वाल में एक नए पार्क का निर्माण जिला योजना के अंतर्गत हुआ है। यह पार्क का कार्य श्री भरत सिंह रावत, ग्राम निवासी कोटली के नेतृत्व में हुआ है और उनके अथक प्रयास और समर्पण के कारण ही यह पार्क गांववासियों के लिए साकार हो पाया है। भरत सिंह रावत मूल रूप से कोटली गांव के मूल निवासी हैं लोगों के दिलों में इनकी एक अच्छा समाज सेवक के रूप में एक अच्छी छवि है।
भरत सिंह रावत का कहना है कि यह पार्क हमारे गांववासियों के लिए न केवल एक मनोरंजन स्थल होगा, बल्कि स्वास्थ्य और सामुदायिक एकता को भी प्रोत्साहित करेगा। इस पार्क में बच्चों के लिए खेल के मैदान, बुजुर्गों के लिए पैदल पथ और आरामदायक बेंच, और सभी उम्र के लोगों के लिए हरे-भरे पेड़-पौधे होंगे। यह स्थान सभी के लिए स्वच्छ वायु और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का एक आदर्श स्थल बनाया गया है।
उनका कहना यह भी कि अगर हर गांव वाले अपनी बंजर जमीन को निशुल्क दान करते हैं तो इस तरह के और भी पार्क या खेल के मैदान बनाए जा सकते हैं। और जब पार्क का निर्माण हुआ है तब से कोटली गांव के ही नही बल्कि आस – पास के जितने भी गांव हैं सभी लोग इसका भरपूर फायदा ले रहे हैं। और इसमें आगे ओपन जिम के इक्यूपमेंट भी लगाए जाएंगे। ऐसा पार्क पाबौ ब्लाक का पहला पार्क बनाने का प्रयास रहेगा।
उनका कहना है कि माननीय मंत्री जी बहुत जल्द इस पार्क का लोकार्पण करेंगे। हम सभी गांववासियों से आग्रह करते हैं कि वे इस पार्क का भरपूर उपयोग करें और इसे स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखें। यह पार्क हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और हम सभी को इसे संजो कर रखना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर इस पार्क का उद्घाटन करें और अपने गांव को एक नई पहचान दें।
कोटली गांव की मुख्य विशेषताएं
ग्राम कोटली, पाबौ ब्लॉक पौड़ी गढ़वाल का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक समृद्ध गांव है। सदियों पहले स्थापित, यह गांव अपनी पारंपरिक गढ़वाली संस्कृति और रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है। यहां के लोग मुख्य रूप से पारंपरिक कृषि पर निर्भर हैं, जो गांव की आर्थिक रीढ़ है।
कोटली में हरे-भरे जंगल, गाड़ – गधेरे और पहाड़ों के साथ, कोटली की प्राकृतिक सुंदरता और स्वच्छ वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है। गांव में संयुक्त परिवार प्रणाली और सामूहिकता पर आधारित सामाजिक संरचना है, और यहां की सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ नियमित रूप से होती हैं। कोटली अपनी सादगी, शांति और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।
खाने में स्थानीय व्यंजन
कोटाली गांव के खान-पान से जुड़े स्थानीय व्यंजनों के बारे में जानकारी देते हुए, यहाँ की विशेष पारंपरिक भोजन मंडुवा की रोटी, झंगोरे की खीर, चैसू, फाणू, भट्ट की चुटकानी, और लोकल सब्जियाँ जैसे प्रमुख व्यंजन उपलब्ध हैं। इन खाद्य पदार्थों का सेवन स्थानीय संसाधनों पर आधारित है और इनका भोजन सरल, पौष्टिक और प्राकृतिक है।
कैसे पहुंचे कोटली गांव
पाबौ ब्लॉक के कोटली गांव में पहुंचने के लिए आप विभिन्न परिवहन साधनों का उपयोग कर सकते हैं:
हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है, जो कोटली से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस के माध्यम से कोटली गांव पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार और ऋषिकेश है, कोटद्वार से कोटली की दूरी लगभग 130 किलोमीटर और ऋषिकेश से कोटली की दूरी लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कोटद्वार और ऋषिकेश से आप टैक्सी या बस के माध्यम से कोटली गांव पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग: कोटली गांव सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, देहरादून, ऋषिकेश या अन्य प्रमुख शहरों से बस या टैक्सी के माध्यम से कोटली गांव पहुंच सकते हैं। पौड़ी गढ़वाल से कोटली की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है, और यहां से नियमित बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है।
इन परिवहन साधनों का उपयोग करके आप आसानी से कोटली गांव पहुंच सकते हैं और इसके प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर का आनंद ले सकते हैं।
कोटली गांव के पास पर्यटको के लिए घूमने की आकर्षक जगहें
कोटली गांव, पौड़ी गढ़वाल के पास कई सुंदर और दर्शनीय स्थान हैं जहाँ आप घूमने जा सकते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख स्थल हैं:
खिर्सू हिल स्टेशन
यह एक सुंदर हिल स्टेशन है जो कोटली से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक शांत और सुंदर हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 1,800 मीटर की ऊँचाई पर है और पौड़ी से लगभग 15 किलोमीटर दूर है।यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का शानदार दृश्य, हरी-भरी वादियाँ, देवदार के जंगल, और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। ट्रेकिंग, पैदल यात्रा, और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए खिर्सू एक आकर्षक पर्यटक स्थल है। यहाँ की यात्रा आप साल के 12 महीने कर सकते हो।
राहु मंदिर पैठाणी
राहु मंदिर पौड़ी गढ़वाल के पैठाणी गांव में स्तिथ है। यह कोटली गांव से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह हिंदू धर्म का सदियों से एक आस्था का केंद्र है, राहु मंदिर उत्तर भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान शिव के साथ असुरों यानी दानवों की भी पूजा की जाती है। भक्तगण दूर दूर से यहां पर पूजन पठन के लिए ताकि उनके जीवन में खुशहाली, दुखों का निवारण और कष्ट दूर हो।
पौड़ी हिल स्टेशन
पौड़ी शहर, उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक आकर्षक हिल स्टेशन है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। पौड़ी का मौसम वर्षभर सुखद रहता है, जो पर्यटन के लिए एक अनुकूल गंतव्य बनाता है। यहां के मुख्य आकर्षक जगह कंडोलिया मंदिर, कंडोलिया मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां से पूरे शहर का सुंदर नजारा देखने को मिलता है। पौड़ी हिल स्टेशन का मौसम सालभर सुखद रहता है। गर्मियों में तापमान लगभग 20-30 डिग्री सेल्सियस रहता है, जबकि सर्दियों में तापमान 0-15 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। मॉनसून के समय यहां भारी बारिश होती है, जो यहां की हरियाली को और भी अधिक खूबसूरत बना देती है।
पौड़ी पहुंचने के लिए हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हैं। सबसे निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून में है, जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार है। पौड़ी सड़क मार्ग से उत्तराखंड के प्रमुख शहरों और कस्बों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पौड़ी हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक स्थलों और शांतिपूर्ण वातावरण के कारण पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान है।
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गौरव कंडारी, उत्तराखंड के छिपे हुए स्थानों और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को अपने लेखों में संजोया है। जहाँ वह अपने अनोखे यात्रा का अनुभव साझा करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने लाना है, ताकि लोग इस सुंदर सा राज्य की विशेषताओं का आनंद ले सकें।